इसी जाल को Internet की भाषा में media या फिर Transmission media बोला जाता है. वैसे थोड़ी जानकारी और दे देता हूँ ये जाल एक तरह का Wire है, जिसमे Information और data दुनिया भर में घूमता रहता है. यह डाटा इन सब में से “text, image, mp3, video” कुछ भी हो सकता है ज्यदा तोर text, image, MP3, video Internet पे सब ढूंडते रहते है.
Net में Data और Information, Router और Server के जरिए जाना आना करते हैं, Router और Server ही दुनिया के सारे Computer को जोडके रखते हैं, जब Message एक Computer से दुसरे Computer तक जाता है तो तब एक protocol काम करता है जिसका नाम है IP (Internet Protocol), Protocol का मतलब “Internet को चलने के नियम है जिनको प्रोग्रामिंग में लिखा ज्याता है”.
इंटरनेट का फुल फॉर्म
Internet का Full Form होता है Interconnected Network. जो की असल में एक बहुत ही बड़ा network होता है सभी Web Servers Worldwide का. इसलिए इसे बहुत से जगहों में World Wide Web या simply the Web भी कहा जाता है.
इस network में ऐसे बहुत से private और public organizations, schools और colleges, research centers, hospitals के साथ साथ बहुत से servers भी शामिल हैं पुरे दुनिभर में.
इन्टरनेट एक collection होता है interconnected networks का, i.e. network of networks का. ये बना हुआ होता है बहुत से interconnected gateways और routers के आपस में connected होने से पुरे दुनियाभर में.
इंटरनेट की खोज किसने की
Internet का आविष्कार कर पाना किसी एक व्यक्ति के बस की बात नहीं थी. इसे बनाने में बहुत से Scientist और Engineers की जरूरत लगी थी. सन 1957 में COLD WAR के समय, अमेरिका ने Advanced Research Projects Agency (ARPA) की स्थापना की जिसका उद्देश्य एक ऐसी Technology को बनाना था, जिससे की एक कंप्यूटर को दूसरे कंप्यूटर से जोड़ा जा सके.
सन 1969 में इस Agency ने ARPANET की स्थापना की. जिस से कि किसी भी कंप्यूटर को किसी भी Computer से जोड़ा जा सकता था.
सन 1980 तक आते-आते उसका नाम Internet हो गया. Vinton Cerf और Robert Kahn ने TCP/IP protocol को invent किया सन 1970s, और 1972 में, वहीँ Ray Tomlinson ने सबसे पहले Email Network को introduce किया.
इंटरनेट कब शुरू हुआ?
Internet की शुरुवात January1, 1983 से हुई. जब ARPANET ने TCP/IP को adopt किया January 1, 1983 में, और उसके बाद researchers ने शुरू किया उन्हें assemble करने का काम. उस समय उसे “network of networks” कहा जाता था, बाद में आज के modern समय में उसे Internet के नाम से जाना जाता है.
भारत में इन्टरनेट कब शुरू हुआ था ?
भारत में internet service को publicly available कराया गया सन 14 August1995 में जब इसे लांच किया गया state-owned Videsh Sanchar Nigam Limited (VSNL) के द्वारा.
इंटरनेट की परिभाषा
Internet असल में एक global wide area network होता है जो की दुनिया भर के Computer systems को आपस में connect करता है. इसमें बहुत से high-bandwidth data lines होते हैं जो की Internet का “backbone” कहलाते हैं. ये lines को connect किया जाता है major Internet hubs के साथ जो की data को distribute करते हैं दुसरे locations को, जैसे की web servers और ISPs.
वहीँ यदि आपको Internet के साथ connect होना है, तब आपके पास एक Internet service provider (ISP) का access होना चाहिए, जो की एक middleman के तरह act करता है आपके और Internet के बीच में.
ज्यादातर ISPs broadband Internet access प्रदान करते हैं via एक cable, DSL, या fiber connection के. जब आप Internet के साथ connect होते हैं एक public Wi-Fi signal के माध्यम से, यहाँ पर भी Wi-Fi router एक ISP के साथ connected होता है आपको इन्टरनेट प्रदान करने के लिए.
इंटरनेट की विशेषताएं
World Wide Web
Intranet क्या है?
Intranet एक ऐसा प्राइवेट नेटवर्क होता है जो की अक्सर किसी एक enterprise में देखने को मिलता है. इसमें आमतोर से बहुत से interlinked local area networks होते हैं और साथ में ये leased lines का भी इस्तमाल करता है एक wide area network में.
Typically देखा जाये तो, एक intranet में सिर्फ एक या उससे ज्यादा gateway computers ही बाहरी Internet से जुड़े हुए होते हैं.
Intranet का मुख्य काम ही होता है किसी कंपनी की information और computing resources को सिर्फ employees के बीच में शेयर करना. वहीँ intranet का इस्तमाल working groups के मध्य में teleconferences के लिए भी इस्तमाल किया जा सकता है.
वहीँ intranet इस्तमाल करता है TCP/IP, HTTP, और दुसरे Internet protocols. इसीलिए ये आमतोर से ये इन्टरनेट का एक private version के तरह नज़र आता है.
Internet और Intranet में क्या अंतर है ?
इंटरनेट कैसे काम करता है
Internet में Computers एक दुसरे के साथ connected होते हैं छोटे networks के माध्यम से. वहीँ ये networks connected होते हैं gateways के द्वारा Internet Backbone के साथ.
वहीँ सभी Computers Internet पर एक दुसरे के साथ communicate करते हैं TCP/IP के माध्यम से, जो की एक Basic Protocol (i.e set of rules) होता है Internet का.
TCP/IP (Transmission Control Protocol / Internet Protocol) manage करते हैं Internet में हो रहे सभी transmission को फिर चाहे वो data/file/document कुछ भी क्यूँ न हो, लेकिन इसे करने के लिए उन्हें उस data/file/documents को छोटे छोटे parts में तोडना होता है जिन्हें की packets या datagrams कहा जाता है.
इसमें प्रत्येक packet में actual data का address part स्तिथ होता है, i.e addresses of destination और source होता है upto 1500 characters के जितना.
TCP और IP का Functions
इंटरनेट का इतिहास
इंटरनेट का उपयोग
भारत में इंटरनेट का इतिहास
इंटरनेट के प्रकार
Dial-Up Connection (Analog 56K) क्या है
DSL Connection क्या है
Cable Connection क्या है
Fibre Connection क्या है
Wireless Connection क्या है
Wireless DIA (Direct Internet Access) क्या है
Satellite Connection क्या है
Cellular या Mobile technology Connection क्या है
इन्टरनेट कैसे चलाई जाती है?
इंटरनेट के लाभ
इंटरनेट की हानि
इंटरनेट का विकास
February 2004
· Facebook को launch किया गया एक Harvard dorm room से. इस social media site की करीब 5 million users से भी ज्यादा थी सन 2005 के end तक और इसने 2010 तक करीब 500 million users का user base बना दिया.
· January 9, 2007
· iPhone को unveiled किया गया, जिससे Phone Industry में smartphone का जन्म हुआ और Mobile Compution धीरे धीरे popular होने लगा.
· July 7, 2009
· Google ने announce किया Google Chrome OS project. ये एक open-source project था जो की focus था एक stable, fast OS बनाने के लिए जिसे की users के द्वारा एक client interface के तोर पर इस्तमाल किया Web-based applications के लिए न की application run करने के लिए local Computer में.